कानपुर बेखौफ गुंडे बदमाशों का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा अभी संजीत यादव अपहरण के बाद हत्या केस का मामला ठंडा पड़ा ही नहीं था कि कानपुर के बर्र के एल आई डी 238 भी निवासी प्रापर्टी डीलर सुनील कुमार सिंह की 4 सितंबर को अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। बता दे घटना के पीछे मकान कब्जे के विवाद के चलते हत्या बताई जा रही है। सुनील कुमार सिंह 4 सितंबर को अपने घर से सोनू विश्वकर्मा से मिलने को बता कर निकले। 5 सितंबर को घर वापस ना आने पर उनकी बेटी आदित्यि ने कानपुर के बर्र थाने में मुकदमा दर्ज कराया जिसके बाद पुलिस ने फोन को सर्विलांस पर लगाकर शक के आधार पर बर्रे निवासी सोनू विश्वकर्मा को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया जिसके बाद कड़ी पूछताछ के बाद उसने पूरी वारदात का भेद खोल दिया। उसने बताया कि खाली पड़े मकान पर कब्जे के विवाद के चलते उसने अपने भाई मोनू की मदद से प्रापर्टी डीलर की हत्या कर शव को बोरे में भरकर बिधनू गांव के पास जमीन में पानी भरे गड्ढे में फेंक दिया। संजीत यादव हत्याकांड के बाद पूरे मामले में लापरवाही फिर उजागर हुई।
कानपुर पुलिस ने उसे कोई सबक नहीं लिया। नतीजा एक और अपहरण के बाद युवक की निर्मम हत्या कर दी गई ऐसी वारदातों के बाद कानपुर में अपहरण के बाद हत्या जैसी वारदात होने से लोगों में दहशत दिखने लगी है।