उत्तर प्रदेश दिन पर दिन अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं अपराधी क्यों बेलगाम हो रहे हैं और उन पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है ? मामला समझने के लिए आपको बाकायदा बदायूं के उघैती थाने में तैनात एसएचओ राकेश चौहान को सुनना होगा। एक फरियादी से अजीब स्टाइल में अपनी कार्यप्रणाली की पोल खोलते हुए रिश्वत मांगने का वीडियो बड़ी तेजी से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दौड़ने लगा, ऐसे ही धब्बों की वजह से विकास दुबे जैसे अपराधी जन्माते रहे हैं। ऐसे ही कार्यप्रणाली की वजह से निर्दोष जेल में भेज दिये जाते है। जबकि अपराधी जेब गर्म करके खुलेआम घूमा करते हैं।https://youtu.be/WFzRfkKlJLkराकेश चौहान जी कह रहे हैं कि उन्हें हर प्रकार की दवाई आती है अवैध शराब तमंचा चरस या कहो तो हम अपराधी की गर्दन काट के बदल दे कहने का तात्पर्य है कि आरोपी ही बदल दे, मतलब साफ है दरोगा से मिल लिजिए जिसको कहिए उसको अंदर कर दिया जाएगा। (वह दोषी हो या फिर निर्दोश खैर सब कुछ खुले शब्दों में नहीं कहा) लेकिन जो कुछ कहा है वह वीडियो में उनकी जुबानी बखूबी सुन देख समझ सकते है आखिर किस तरह रिश्वत के मद में व पद के गुमान में अंधे हो किसी को भी किसी मामले में फंसाकर जेल भेजने में महोदय को जरा से भी दिक्कत नहीं है उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि सामने वाला दोषी है या निर्दोष, ऐसे लोगों के कारण ही कानून व्यवस्था की स्थिती बद से बदतर होती जा रही है। महोदय का कारनामा जब एसपी तक पहुंचा जांच बैठाई गई, जांच में दोषी करार दे सस्पेंड कर दिया।https://youtu.be/IUlSp74gSB8ऐसे अपराधी किस्म के लोगों को सस्पेंड कर देना क्या इनका इलाज है कुछ दिन बाद बहाल होकर फिर ऐसे ही निर्दोषों को रिश्वत लेकर सलाखों के पीछे भेजने काम क्या नहीं किया जाएगा ?वीडियो में आप बकायदा सुन सकते हैं ड्यूटी तो इनकी जनता को अपराधियों से बचाकर सुरक्षा प्रदान करना है लेकिन उनके पास सरकारी प्राइवेट दोनों प्रकार का इलाज है आप बताइए कौन सा इलाज कराना है साहब कहते हैं बिना घी के सब्जी बनती नहीं डालडा, आप कहे तो देसी घी की सब्जी छौक दे, बस सामने वाला तैयार होना चाहिए उनके पास तमाम तरह की दवाई हैं, कार्यवाही चाहिए तो बाहर से दवाई खरीद लो हमारे पास चरस गांजा अवैध असलहा सब मिलेगा। m.r.i. सिटी स्कैन से लेकर तमाम तरह की मेडिकल जांच की तर्ज पर पूरे केस की रिश्वत लिस्ट तय करते हुए कह रहे हैं सामने वाला पक्ष कह रहा है हम तैयार हैं। लेकिन प्रशासन द्वारा महोदय की कार्यशैली के साथ एम आर आई, सीटी स्कैन की जांच कब कराई जाएगी ?https://youtu.be/KvF4a4L886Uमहोदय के काले कारनामे के साथ वीडियो जब वायरल हुआ तो हरकत में आये आला अधिकारियों ने जांच बैठाई जिसमे साहब दोषी पाए गए, इन्हे सस्पेंड कर दिया गया है।
अब तक इस कार्य शैली में कितने निर्दोषों को दोषी बना कर जेल भेजा गया, उनकी कब जांच होगी ?