बिहार- भ्रष्टाचार को लेकर सुबे की नीतीश सरकार ने जीरो टोलरेंस की नीति अपनाते हुए 664 पुलिसकर्मियों के ऊपर कार्रवाई की है। नीतीश सरकार ने नोटिफिकेशन जारी कर कहा- बिहार सरकार ने जीरो टॉलरेंस की नीति को अपनाते हुए नवंबर तक मद्य निषेध अधिनियम के क्रियान्वयन में कोताही, बालू के अवैध खनन और परिवहन में संलिप्तता, भूमि संबंधी मामले और भ्रष्टाचार के मामलों में लापरवाही के मामलों में 664 पदाधिकारियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की है।
भ्रष्ट पुलिसकर्मियों पर बिहार में अब तक की बड़ी कार्रवाई हुई है। राज्य सरकार ने 644 भ्रष्ट पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की है ( जिनके खिलाफ भ्रष्टाचार में शामिल होने को लेकर विभागीय कार्यवाही चल रही थी) जिनमें से 85 पुलिसकर्मीयों जिन पर शराब बंदी कानून के उल्लंघन, बालू खनन में भ्रष्टाचार व भूमि विवाद में उगाही को लेकर पुख्ता सबूत मिले थे जिनके आधार पर इन सभी को सेवा से निकल (बर्खास्त) कर दिया गया है। जिसको लेकर प्रदेश की नीतीश सरकार ने सरकारी नोटिफिकेशन जारी किया है जिसमें जिन गजेटेड पदाधिकारियों (DSP व उससे ऊपर रैंक) के खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू की गई है उनकी संख्या 38 बताई गई है जिनमें 2 आईपीएस अधिकारी भी शामिल है। जबकि non-gazetted पुलिस पदाधिकारियों (सिपाही से लेकर इंस्पेक्टर) की संख्या 606 है जिसमें से 85 को बर्खास्त कर दिया गया है। जबकि दर्जनों के खिलाफ मामला विचाराधीन चल रहे हैं।
वही बिहार पुलिस मुख्यालय के अनुसार 644 पुलिसकर्मियों पर भ्रष्टाचार को लेकर कार्यवाही चल रही है,
नोटिफिकेशन में साफ किया गया है कि जिन पुलिस पदाधिकारी और कर्मियों के विरुद्ध अनुशासनिक कार्यवाही और विभागीय कार्रवाई शुरू की गई है उनकी संख्या 606 है जिनमें से 85 पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किया गया है।