राजस्थान में सियासी घमासान के बाद अब राजनीति का ऊंट किस करवट बैठेगा इस बारे में कुछ भी साफ नजर नहीं आ रहा है| बीजेपी ने कांग्रेस की गहलोत सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का ऐलान कर दिया है| बीजेपी का दावा है उनके पास संख्या बल नहीं है तो दूसरी तरफ सचिन पायलट के मान जाने के बाद गहलोत को लगता है कि संकट टल गया है! वहीं कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाकर पूर्ण बहुमत साबित करने की कोशिश में लगी हुई है| खैर कल से ही राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस का सत्र शुरू होने वाला है| तो बीजेपी ने पहले दिन ही कांग्रेश के सामने सियासी संकट खड़ा कर अविश्वास प्रस्ताव लाने की घोषणा कर दी है| बीजेपी का कहना है कि गहलोत सरकार के पास संख्या बल नहीं है| गुलाबचंद कटारिया ने तो कटक लहजे में कहा अशोक गहलोत की सरकार हार चुकी है विधायक दल की बैठक में 71 विधायक शामिल थे| बता दे राजनीतिक समीकरण के अनुसार राजस्थान में कुल 200 सीटें हैं पूर्ण बहुमत के लिए कांग्रेस को 101 सीट लाने की जरूरत है बात की जाए सीट जीतने की तो विगत चुनाव में कांग्रेस ने 100 सीटों पर जीत दर्ज की थी पूर्व सत्ताधारी मौजूद विपक्षी पार्टी बीजेपी को 73 पर जीत मिली राजस्थान के रण में बीएसपी बहुजन समाज पार्टी के छः उम्मीदवार है जो भी किसी भी स्थिति में निर्णायक भूमिका निभा सकते थे| बरहाल वह इस समय कांग्रेस में ही सम्मिलित है| अन्य के खाते में 20 सीटें गई है|
जानकार बताते हैं कि सचिन पायलट खेमें के विधायकों की वापसी के बाद लग तो रहा है सियासी संकट टल गया है लेकिन विधानसभा में ऊंट किस करवट बैठेगा इस बारे में पुख्ता नहीं कहा जा सकता| तो दूसरी तरफ सियासत की बिसात में माहिर बीजेपी का अविश्वास प्रस्ताव बेशक गिरा पाए| लेकिन अविश्वास प्रस्ताव ला कांग्रेश को झटका जरूर देना चाहती है| बता दे 13 अगस्त को भाजपा के विधायक दल की बैठक में कांग्रेश सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला लिया गया है| इस पर राजस्थान विधानसभा में भाजपा नेता गुलाबचंद कटारिया ने तंज लहजे में कहा कांग्रेस अपने घर में टांका लगा कर कपड़े जोड़ना चाह रही है लेकिन अब यह कपड़ा पूरी तरह फट चुका है और जर्जर हो चुका है|
राज्यपाल के आदेश के बाद 14 अगस्त से शुरू होगा विधानसभा सत्र
गौरतलब है कि राजपाल के आदेश के बाद 14 अगस्त से राजस्थान विधानसभा का सत्र शुरू होने वाला है जिसमें कांग्रेश के बगावत का फायदा उठाने के लिए बीजेपी अविश्वास प्रस्ताव ला रही है फिर हाल बागी गुट के प्रमुख नेता अपने बागी विधायकों के साथ गहलोत खेमे में वापस लौट आए हैं
फिर भी जानकारी के मुताबिक बीजेपी पायलट पर डोरे डालने की कोशिश कर रही है ऐसे में गहलोत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं सियासत में उठापटक चित पट का खेल चलता रहता है अब सियासी दांवपेच में क्या होगा ? सियासत के पचड़े में फंस कर कांग्रेस की सरकार जाएगी या फिर जादूगर गहलोत सरकार को बचाने में कामयाब होंगे यह तो देखने वाली बात होगी ?